निजी वाहनों से चल रहे बीईओ, ट्रैवल्स एजेंसी को सालान 63 लाख

 बस्ती: बेसिक शिक्षा की गाड़ी को पटरी पर लाने के प्रयासों को विभागीय अफसर ही पलीता लगा रहे हैं। स्कूलों के नियमित निरीक्षण के साथ ही समग्र शिक्षा अभियान को गति देने के लिए बस्ती जिले के खंड शिक्षाधिकारियों को मुहैया कराई गई चार पहिया वाहन की सुविधा भ्रष्टाचार के दलदल में फंस गई है। 18 चार पहिया टैक्सी वाहन ट्रेवल्स एजेंसी से किराए पर लिए गए हैं,जबकि आधा दर्जन खंड शिक्षाधिकारी ऐसे हैं जो निजी वाहन से चल रहे हैं। हालांकि इस मद में 5.31 लाख रुपये महीना और सालाना 63.72 लाख रुपये व्यय किया जा रहा है।

बेसिक शिक्षा विभाग से मिली जानकारी के अनुसार सितंबर 2019 में समग्र शिक्षा अभियान के तहत सभी खंड शिक्षाधिकारियों को चार पहिया वाहन मुहैया कराने के निर्देश दिए गए। समग्र शिक्षा के सहायक लेखाकार आफताब आलम का कहना है कि मार्च 2020 में 18 बोलेरो किराये पर लेकर अधिकारियों को चलने के लिए दिए गए, तब से यह वाहन विभाग में चल रहे हैं। जिले में 16 खंड शिक्षाधिकारी हैं। इस तरह 16 वाहन इनके लिए, जबकि एक वाहन जिला बेसिक शिक्षाधिकारी और एक वाहन समन्वयकों के लिए आरक्षित है।

पहले साल विभागीय टेंडर से जबकि मार्च 2021 में जेम पोर्टल से वाहन किराये पर लिए गए। हैरत की बात यह है कि पहले जिस ट्रेवल्स एजेंसी के वाहन चलाए जा रहे थे, जेम पोर्टल से भी उसी का चयन हो गया। जागरण की पड़ताल में चौंकाने वाले तथ्य सामने आए। बहादुरपुर की खंड शिक्षाधिकारी गरिमा यादव ने बताया कि उनको वाहन एक साल से मिला है। नगर शिक्षाधिकारी अशोक कुमार ने बताया कि उनको सरकारी वाहन नहीं मिला है। वह खुद के खर्च से स्कूलों के निरीक्षण से लेकर अन्य विभागीय कार्य कर रहे हैं। साऊंघाट की खंड शिक्षाधिकारी प्रीती शुक्ला ने बताया उनको गाड़ी मिली है, हालांकि वाहन नंबर और चालक का संपर्क नंबर वह नहीं बता पाई।

इसी तरह दुबौलिया और कप्तानगंज के खंड शिक्षाधिकारी से जब इस बारे में पूछा गया तो उन्होंने बताया कि वाहन मिला है, हालांकि यह दोनों अधिकारी भी वाहन और चालक का संपर्क नंबर नहीं बता पाए।

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टैक्सी का वाहन अनुबंध कर निजी वाहन से चल रहे बीएसए

- किसी भी विभाग में टैक्सी नंबर ही किराये पर लिए जाने का प्राविधान है, लेकिन बेसिक शिक्षा विभाग ने जेम पोर्टल के जरिये ट्रैवल्स एजेंसी से टैक्सी नंबर की 18 बोलेरो गाड़ियां मांगी। अमित ट्रेडर्स टूर्स एंड ट्रेवल्स एजेंसी ने कई निजी गाड़ियों के नंबर देकर अनुबंध करा लिए। जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी जिस गाड़ी से चलते हैं वह भी प्राइवेट नंबर वाली है।

जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी जगदीश शुक्ल ने कहा कि ट्रैवल्स एजेंसी से अनुबंध किया गया है। जो वाहन उसने दिए हैं उसी से हम और हमारे अधिकारी चल रहे हैं। कुल 18 बोलेरो किराये पर लिए गए हैं, जिसमें तीन वाहन कोविड में लगे हैं। 1500 किमी चलने पर प्रत्येक वाहन का किराया 29500 रुपये एजेंसी को भुगतान किया जाता है। अनुबंध में शर्तों का उल्लंघन किए जाने के इस मामले की जांच कराई जाएगी, जो भी दोषी पाया जाएगा उसके खिलाफ कार्रवाई होगी।



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