प्रदेश सरकार से अनुमति मिलने के बाद 16 अगस्त से स्कूल कक्षा नौवीं से 12वीं तक के छात्र-छात्राओं को पढ़ाई स्कूल में कराएंगे। आधे स्कूलों ने स्कूल को एक ही पाली में चलाने का निर्णय लिया है तो अन्य आधे स्कूल दो पालियों में स्कूल चलाने को तैयार हैं।
'मेरठ स्कूल सहोदय काम्प्लेक्स' की बैठक में शामिल 51 स्कूलों ने केवल एक पाली में स्कूल चलाकर आफलाइन व आनलाइन क्लास चलाने का निर्णय लिया। वहीं 'मेरठ स्कूल सहोदय काम्प्लेक्स मेरठ महान' की बैठक में करीब 40 स्कूलों ने दो पालियों में स्कूल संचालित करने का निर्णय लिया है। इसके साथ ही 10वीं व 12वीं के रिजल्ट को लेकर सीबीएसई के दिशा-निर्देशों पर भी चर्चा की गई।
मेरठ स्कूल सहोदय काम्प्लेक्स की बैठक आनलाइन हुई। सचिव राहुल केसरवानी के अनुसार करीब 51 स्कूल एक पाली में चलेंगे। स्कूल में एक बार में आधे बच्चे ही बुलाए जाएंगे। आफलाइन क्लास में जो बच्चे किसी कारण नहीं आ सकते, बीमार हैं या शहर से बाहर हैं, उन्हें आनलाइन की सुविधा भी मिलेगी। कोविड नियमों के तहत थर्मल स्कैन, शारीरिक दूरी, सैनिटाजर और मास्क अनिवार्य होगा। असेंबली व कार्यक्रम नहीं होगा। हर स्कूल में कोविड हेल्प डेस्क होंगे जिससे बच्चे के बीमार पड़ने पर स्वजन को सूचित कर सकें। स्कूलों के हर शिक्षक-कर्मचारी वैक्सीन की पहली डोज ले चुके हैं और आधे से अधिक दूसरी डोज भी लगवा चुके हैं। ट्रांसपोर्ट बंद होने के समय डीजल 64 रुपये प्रति लीडर था जो अब करीब 90 रुपये हो चुका है। इसलिए स्कूल बस नर्सरी से आठवीं की कक्षाएं शुरू होने पर ही संचालित होंगी। मिड टर्म यानी छमाही परीक्षाएं सितंबर के पहले सप्ताह में आफलाइन होंगी। एक सितंबर से नर्सरी से आठवीं तक के स्कूल खुलने का आदेश आने की संभावना है। उसकी भी तैयारी शुरू हो चुकी है।
मेरठ स्कूल सहोदय काम्प्लेक्स मेरठ महान की बैठक ब्लिश इंटरनेशनल स्कूल में हुई। सचिव जीपी सिन्हा के अनुसार करीब 40 स्कूल दो पाली में चलेंगे। सुबह आठ से दोपहर 12 बजे तक और दोपहर साढ़े 12 बजे से अपरान्ह साढ़े चार बजे तक कक्षाएं चलेंगी। सभी कक्षाएं केवल आफलाइन संचालित होंगी। स्कूल जरूरत के अनुरूप ट्रांसपोर्ट सेवाएं भी मुहैया कराएंगे। छमाही परीक्षा सितंबर में एक ही डेटशीट पर कराने पर विचार किया जिस पर अंतिम निर्णय एक सप्ताह में लिया जाएगा।