आगरा। बेसिक शिक्षा विभाग में भ्रष्टाचार चरम पर है,शिक्षकों से एरियर बिल पारित कराने,उनके चिकित्सा अवकाश स्वीकृत करने,महिला शिक्षिकाओं से उनकी प्रसूतिकालीन व बाल्य देखभाल अवकाश प्रदान करने तथा जीपीएफ से ऋण लेने की संस्तुति करने की एवज में जमकर धन उगाही की जाती है।
शमसाबाद ब्लॉक में कार्यरत खण्ड शिक्षा अधिकारी ब्रजराज चौरसिया को आज शिक्षक से मकान बनवाने के लिये अपने जीपीएफ़ से ऋण लेने की स्वीकृति की एवज में रिश्वत लेते रंगे हाथ गिरफ्तार कर हवालात में बंद कर दिया गया।
प्राथमिक विद्यालय लहर पट्टी ब्लॉक शमसाबाद में कार्यरत प्रधानाध्यापक भैरोंनाथ सिंह ने अपने जीपीएफ से पांच लाख का ऋण लेने के लिये जुलाई माह में आवेदन किया था लेकिन रिश्वत न देने के कारण उसका आवेदन खण्ड शिक्षा अधिकारी कार्यालय से गायब कर दिया गया। तदोपरांत उक्त अध्यापक ने अक्टूबर के प्रथम सप्ताह में पुनः आवेदन किया। शिक्षक से उक्त खण्ड शिक्षा अधिकारी ने आठ हजार रुपये की रिश्वत की मांग की। जिसकी शिकायत उक्त अध्यापक ने विजिलेंस कार्यालय में की।
विजिलेंस टीम ने शिक्षक भैरोंनाथ सिंह को नोटों पर पाउडर लगाकर दिए। शिक्षक बीईओ के कहे अनुसार रिश्वत के पैसे देने के लिये उनके अस्थायी आवास होटल रॉयल पर पहुंचे, शिक्षक ने बीईओ को रिश्वत के पैसे थमाए उसी दौरान वहां पहले से ही सिविल ड्रेस में घात लगाए बैठे विजिलेंस टीम के लोगों ने रिश्वत के दिये पैसे सहित बीईओ ब्रजराज को रंगेहाथ गिरफ्तार कर दबोच लिया।
*📌एक माह के प्रभारी बीएसए के कार्यकाल में काफी रहीं थीं भ्रष्टाचार की शिकायतें*
खण्ड शिक्षा अधिकारी ब्रजराज सिंह पर जनपद के जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी के प्रभारी का चार्ज रहा है पिछले एक सप्ताह पूर्व ही सतीश कुमार के जॉइन करने के बाद उनसे प्रभारी बीएसए का चार्ज हटा है। एक माह के प्रभारी बीएसए के कार्यकाल में खण्ड शिक्षा अधिकारी ब्रजराज सिंह के विरुद्ध महिला शिक्षिकाओं से मैटरनिटी लीव व सीसीएल स्वीकृति के नाम पर बसूली का आरोप लगे थे।