दिल्ली |
नगर निगम और सरकारी स्कूल के शिक्षकों की तैनाती पेट्रोल पंप पर की गई है जिसे लेकर शिक्षकों में रोष है। पेट्रोल पंप पर शिक्षकों को प्रदूषण प्रमाण पत्र जांच करने के लिए अधिकारी के तौर पर नियुक्त किया गया है।
गैर शैक्षणिक कार्यों में ड्यूटी को लेकर शिक्षकों ने नाराजगी व्यक्त की है। शिक्षकों का कहना है कि उन्होंने जिस उद्देश्य के लिए शिक्षण कार्य का चुनाव किया था। बीते कुछ समय से उसमें भटकाव आ चुका है। इससे हमारी गरिमा को भी ठेस पहुंच रही है।
कोरोना के दस्तक देने के बाद से कोविड नियमों का पालन कराने के लिए चालान की ड्यूटी, टीकाकरण केंद्र पर तैनाती, श्मशान घाट, कंटेनमेंट जोन, राशन वितरण, ऑक्सीजन सिलेंडर प्लांट पर शिक्षकों की सेवाएं ली गई हैं। एक शिक्षक ने नाम न प्रकाशित करने की शर्त पर बताया कि अब जब से दिल्ली में प्रदूषण बढ़ा है तो उन्हें पेट्रोल पंप पर प्रदूषण प्रमाण पत्र जांच के लिए तैनात किया जा रहा है। आखिर कब तक ऐसे चलेगा। क्या कभी हम फिर दोबारा से कक्षा में छात्रों को पढ़ा सकेंगे। ऑनलाइन कक्षा का मतलब यह तो नहीं है कि शिक्षकों को गैर-शैक्षणिक कार्यों की गतिविधियों में लगा दिया जाए।
राजकीय विद्यालय शिक्षक संघ पश्चिमी जिला ए के सचिव संतराम ने कहा कि शिक्षक अपने मूल कार्य को करना चाहते हैं। कोविड नियमों के चलते अभी एक कक्षा में 24 छात्रों की संख्या सीमित कर दी गई है। छात्रों को पढ़ाने के लिए दोगुने स्टाफ की जरूरत है। ऐसे समय में उन्हें ऐसे कार्य करने के लिए कहना गरिमा को गिराने वाला है। जिस काम के लिए शिक्षकों की नियुक्ति होती है उनसे वहीं काम करवाया जाना चाहिए।
कोरोना काल में पहले ही शिक्षकों की ड्यूटी विभिन्न गैर शिक्षण कार्यों में लगाई जा चुकी है। लेकिन इस समय देश उन गंभीर परिस्थितियों से निकल चुका है। ऐसे में सिर्फ प्रदूषण प्रमाण पत्र जांच के लिए शिक्षकों की ड्यूटी पेट्रोल पंप पर लगाना अनुचित है। इस कार्य के लिए दिल्ली यातायात पुलिस पहले से हर जगह तैनात है।-शोएब राणा, ऑल इंडिया गेस्ट टीचर्स एसोसिएशन के महासचिव
टीकाकरण की जिम्मेदारी भी दी गई
जिन लोगों ने वैक्सीन की अभी तक दूसरी डोज नहीं लगवाई है, उनके टीकाकरण प्रक्रिया पूरा कराने की जिम्मेदारी भी शिक्षकों को दी गई है। इसे लेकर मॉडल टाउन एसडीएम कार्यालय की ओर से एक आदेश भी जारी हुआ है। इसके अनुसार संबंधित अधिकारी अपने केंद्रों पर लंबित दूसरी डोज वाले लोगों को संपर्क कर उन्हें टीकाकरण के लिए जुटाएंगे।